फूलों की ताजगी बदन प्यारा, तेरे बिना जीना मुश्किल यारा फूलों की ताजगी बदन प्यारा, तेरे बिना जीना मुश्किल यारा
उंगली पकड़कर तेरी मैं संभली, डाँट भी लगती थी कितनी भली, उंगली पकड़कर तेरी मैं संभली, डाँट भी लगती थी कितनी भली,
बहुत मन भाए ये झम-झम बरखा जब बूँदों का शोर मचाए... बहुत मन भाए ये झम-झम बरखा जब बूँदों का शोर मचाए...
सोचा "ख़ुशी मिली थोड़ी सी" फिर भी, थोड़ी सी खुशी में हम अपना जहाँ सोचा "ख़ुशी मिली थोड़ी सी" फिर भी, थोड़ी सी खुशी में हम अपना जहाँ
दिन मेरा पूरा महका महका सा गुज़रा दिन मेरा पूरा महका महका सा गुज़रा
महका हुआ कोई गुल याॅ शायर का ख्वाब हो चन्द लफ़्ज़ों में कहूँ तो आप लाजवाब हो। महका हुआ कोई गुल याॅ शायर का ख्वाब हो चन्द लफ़्ज़ों में कहूँ तो आप लाजवाब हो।